Vande Mataram by meetvishaljain published on 2014-01-23T17:41:24Z Vande Maataram Genre vande Comment by harshrc वन्दे मातरम् सुजलां सुफलाम् मलयजशीतलाम् शस्यश्यामलाम् मातरम्। शुभ्रज्योत्स्नापुलकितयामिनीम् फुल्लकुसुमितद्रुमदलशोभिनीम् सुहासिनीं सुमधुर भाषिणीम् सुखदां वरदां मातरम्।। सप्त-कोटि-कण्ठ-कल-कल-निनाद-कराले द्विसप्त-कोटि-भुजैर्धृत-खरकरवाले, अबला केन मा एत बॅले बहुबलधारिणीं नमामि तारिणीं रिपुदलवारिणीं मातरम्।। तुमि विद्या, तुमि धर्म तुमि हृदि, तुमि मर्म त्वम् हि प्राणा: शरीरे बाहुते तुमि मा शक्ति, हृदये तुमि मा भक्ति, तोमारई प्रतिमा गडी मन्दिरे-मन्दिरे।। त्वम् हि दुर्गा दशप्रहरणधारिणी कमला कमलदलविहारिणी वाणी विद्यादायिनी, नमामि त्वाम् नमामि कमलाम् अमलां अतुलाम् सुजलां सुफलाम् मातरम्।। वन्दे मातरम् श्यामलाम् सरलाम् सुस्मिताम् भूषिताम् धरणीं भरणीं मातरम्।। 2020-01-29T00:12:07Z Comment by harshrc https://en.wikisource.org/wiki/Vande_Mataram 2020-01-29T00:10:40Z Comment by Deepesh Chandrasekharan Great rendition Vishal. I searched for this on Google keying in "Vishal Jain Vande Mataram". We will always remember the way you sing this... Brilliant! Good Luck :-) 2015-08-16T13:24:14Z